जेपी हॉस्पिटल, नोएडा ने 1000 से अधिक सफल किडनी ट्रांसप्लांट कर हासिल की एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि

0
Spread the love

जेपी हॉस्पिटल, नोएडा ने 1000 से अधिक सफल किडनी ट्रांसप्लांट कर हासिल की एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि

 

जेपी हॉस्पिटल, नोएडा की किडनी प्रत्यारोपण में बेमिशाल सफलता दर।

 

भारत में हर साल करीब 12000 से अधिक किडनी ट्रांसप्लांट हो रहे है और खराब जीवनशैली के चलते अधिकांश लोग किडनी की समस्याओं से प्रषित है।

 

जेपी हॉस्पिटल कर रहा है नई तकनीक का उपयोग जिसकी मदद से किडनी को दूरबीन द्वारा बाहर निकाला जाता है जिसका परिणाम स्वरुप किडनी दाता (डोनर) को पहले के मुताबिक कम परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 

• ए.बी.ओ. इंकंपैटिबल और पहले और दूसरे ट्रांसप्लांट के मामले में जेपी हॉस्पिटल दिल्ली के नामचीन अस्पतालों में से एक है।

 

मेरठ, 16, अप्रैल 2024 : दिल्ली-एन. सी. आर. में अग्रणी एवं उत्तर भारत में प्रमुख स्थान रखने वाले, नोएडा स्थित मल्टी सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान जेपी हॉस्पिटल, नोएडा ने प्रत्यारोपण चिकित्सा 1000 से अधिक सफल किडनी प्रत्यारोपण कर एक गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और खास बात यह है कि पूरे दिल्ली-एन.सी.आर. में जेपी हॉस्पिटल में अंगों का प्रत्यारोपण बहुत ही उचित कीमत पर किया जाता है।

 

दुनियाभर से आएं मरीज़ो का सफल किडनी प्रत्यारोपण कर विश्वास के साथ विदेश में भी हॉस्पिटल ने एक सम्मानजनक स्थान हासिल किया है।

 

अपनी उपलब्धि पर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए जेपी हॉस्पिटल के यूरोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के डायरेक्टर एवं कोर्डिनेटर डॉ. अमित के. देवड़ा ने कहा, भारत में हर साल करीब 12000 से अधिक किडनी ट्रांसप्लांट हो रहे है और ख़राब जीवनशैली के चलते अधिकांश लोग किडनी की समस्याओं से ग्रषित है। ट्रांसप्लांट एक सफल प्रक्रिया है और ट्रांसप्लांट की मदद से मरीजों को नई जिंदगी प्रदान की जाती है लेकिन अभी भी यह देखा गया है की लोगों के बीच किडनी दान करने को लेकर जागरूकता की बहुत कमी है जिसके चलते बहुत लोग अपनी जान दांव पे लगा देते है। जब किडनी की कार्यक्षमता केवल 10 प्रतिमात रह जाती है तो उस अवस्था को किडनी फैल्योर कहते हैं और ऐसे में मरीजों के पास सिर्फ डायलिसिस या प्रत्यारोपण का ही रास्ता बच जाता है।”

 

मरीजों को अब किडनी प्रत्यारोपण के लिए अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि जेपी हॉस्पिटल में किडनी प्रत्यारोपण बहुत अत्याधुनिक पद्धति से किया जा रहा है। इस पद्धति द्वारा दाता (डोनर) की किडनी को दूरबीन द्वारा शरीर से हटाया जाता है, जिसका सबसे अधिक लाभ यह होता है कि दाता (डोनर) को बहुत ही कम तकलीफ होती है और उसे हॉस्पिटल से जल्द छुट्टी मिल जाती है। इसके साथ ही यहां डोनर विध मल्टीपल वैसल्स (किडनी में अधिक नसों का होना), बच्चों की किडनी का प्रत्यारोपण, अनमैच्ड ब्लड ग्रुप के बीच प्रत्यारोपण (ए.बी.ओ. इंकंपैटिबल) एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता में असंतुलन वाले मरीजों की किडनी का भी सफल प्रत्यारोपण किया गया है।”

 

स्थापित होने के कुछ ही वर्षों में जेपी हॉस्पिटल ने 1000 से अधिक किडनी का प्रत्यारोपण अपने आप में एक अनोखा रिकार्ड है। अत्याधुनिक तकनीक और कुशल डॉक्टर्स की टीम के कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *