जेल से रिहा हुआ इत्र कारोबारी पीयूष जैन, घर से मिले थे 198 करोड़ कैस

आपको बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन को बीती एक सितंबर को हाईकोर्ट से 196 करोड़ रुपये बरामदगी मामले में जमानत मिली थी। इस मामले में उसकी पत्नी कल्पना जैन और बेटा प्रियांश जैन ने दस-दस लाख रुपये की एफडी (फिक्स्ड डिपाजिट) बंधपत्र के रूप में दाखिल की थी। एफडी का सत्यापन होने के बाद बुधवार की शाम पीयूष को जेल से छोड़ने का परवाना जेल भेजा गया था।
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर 23 दिसंबर 2021 की रात अहमदाबाद की डीडीजीआई टीम ने छापा मारा था। जहां से कई दिनों की छानबीन के बाद 197 करोड़ की नकदी बरामद हुई थी। पीयूष के कन्नौज वाले घर से 23 किग्रा सोना भी बरामद हुआ था। उसके बाद 27 दिसंबर को डीडीजीआई ने पीयूष को जेल भेज दिया था। जेल जाने के बाद लखनऊ की डीआरआई ने पीयूष के कन्नौज वाले घर से बरामद 23 किग्रा सोने को विदेशी बताकर एफआईआर दर्ज की थी। तब से पीयूष कानपुर जेल में बंद था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि पहले विकास योजनाओं का पैसा चंद लोग हड़प जाते थे। यही पैसा अब दीवारों से निकल रहा है। कल 257 करोड़ और कई किलो सोना और चांदी निकला, आज भी लगभग 100 करोड़ रुपये और कई किलो सोना और चांदी निकल रहा है। यह गरीब का पैसा है। गरीब का पैसा सत्ता के संरक्षण में कैसे लूटा जाता था, इसका प्रमाण भी है। समाजवादी पार्टी से जुड़े जिस व्यक्ति के पास से यह पैसा निकल रहा है वह कभी समाजवादी इत्र की बात करता था, तब हमारे प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि यह समाजवादी इत्र नहीं समाजवादी बदबू है जो गरीबों की बद्दुआ को लेकर प्रदेश के अंदर फैलाई जा रही है। यह गरीबों की आह का प्रतीक है।