42 साल की महिला ने ब्रेस्ट कैंसर को हराया, योगा टीचर की प्रेरणादायक कहानी

42 साल की महिला ने ब्रेस्ट कैंसर को हराया, योगा टीचर की प्रेरणादायक कहानी
ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही महिलाओं के लिए 42 वर्षीय पूजा गुप्ता एक उम्मीद की किरण है. पूजा गुप्ता ने 7 साल की लंबी लड़ाई के बाद इस जानलेवा कैंसर को मात दी है. सिर्फ इतना ही नहीं, कैंसर से जंग जीतने के बाद पूजा अब एक एक्टिव और स्वस्थ लाइफ भी गुजार रही हैं, वो एक सर्टिफाइड योगा टीचर हैं.
बीमारी के बारे में जल्दी पता चलने और फिर सही वक्त पर उसके इलाज के बारे में लोगों को जागरूक करने के मकसद से मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज (नई दिल्ली) ने आज एक सत्र आयोजित किया. इस मौके पर यहां मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज में ऑन्कोलॉजी की वाइस चेयरमैन डॉक्टर मीनू वालिया और कैंसर सर्वाइवर पूजा गुप्ता मौजूद रहीं, जिनकी लाइफ सेविंग कहानी से लोगों को रूबरू कराया गया.
इस मौके पर डॉक्टर मीनू वालिया ने कहा, “अप्रैल 2016 में पूजा गुप्ता हमारे पास पहुंचीं, उन्हें दाहिने स्तन ने गांठ की शिकायत थी जो पिछले 9 महीनों से चल रही थी. जांच पड़ताल की गई तो स्तन ने डक्टल कार्सिनोमा का पता चला. मास्टेक्टोमी और कीमोथेरेपी के बाद महिला को लिम्फ नोड की वजह से रेडिएशन थेरेपी दी गई और फिर हार्मोनल थेरेपी भी दी गई.”
डॉक्टर मीनू ने बताया, “पूजा गुप्ता के रिजल्ट ये दर्शाते हैं कि समय पर डायग्नोसिस और मल्टीडिसीप्लिनरी एप्रोच कितनी अहम है. कैंसर के इलाज में अच्छे रिजल्ट लाने के लिए इसकी प्रारंभिक पहचान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.”
ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में हाल के वक्त में हुई तरक्की से अलग-अलग मरीज के हिसाब से पर्सनलाइज्ड थेरेपी की जा रही हैं. यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि मेडिकल विशेषज्ञों की एक टीम व्यक्तिगत और व्यापक देखभाल प्रदान करने के लिए सहयोग करती है. पूजा गुप्ता की ट्रीटमेंट जर्नी भी कुछ ऐसी ही रही.
मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज कैंसर के मामलों में बहुत ही एडवांस और बेहतर ट्रीटमेंट मुहैया कराता है जिससे लोगों की जिंदगी बदल रही है. अस्पताल में एक्सपर्ट डॉक्टर हैं और एडवांस टेक्नोलॉजी है जिसकी मदद से यहां कैंसर का सही डायग्नोज हो पाता है, असरदार इलाज होता है जिसके नतीजे मरीज के लिए अच्छे होते हैं।