मेरठ में लम्बित पांच वर्षों से ठेकेदारों के भुगतान के सम्बन्ध में।

मेरठ में लम्बित पांच वर्षों से ठेकेदारों के भुगतान के सम्बन्ध में।
हमारे द्वारा विभिन्न पेयजल योजनाओं पर ठेकेदारों द्वारा घर घर नल का कार्य अनुबन्धों पर पूर्ण कराकर योजनाओं को ग्राम सभा को हस्तगत कराकर अधिशासी अभियन्ता जल निगम ग्रामीण मेरठ को उसी समय सौंप दिया था एवं इनके अतिरिक्त ठेकेदारों द्वारा माननीय विधायकों के कोटे व जिला योजना समिति के इण्डिया मार्क सेकेण्ड हैड पम्पो का कार्य अनुबन्धों पर कराया गया था इन सभी इण्डिया मार्क सेकेण्ड हैड पम्पो को उसी समय ग्राम सभा को स्थगत कर दिया गया था जिनके अधिठापान वर्ष 2017 – 18 व वर्ष 2018-19 में किया गया जोकि सभी ठेकेदार विभाग में पंजीकत थे जिनके देयक एवं जमानत धनराशि वर्ष 2017-18 से खण्ड कार्यालय पर लम्बित है। इन योजनाओं व हैंड पम्प की धनराशि का पैसा अधिशासी अभियन्ता मेरठ द्वारा एमएसडीपी (M.S.D.P.) योजनाओं पर अपने निजी स्वास्थ्य के कारण खर्च कर दिया गया व अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड बुलन्दशहर द्वारा भी वर्ष 2017-18 में कार्य की स्वीकृत प्रदान करने के बाद भी भुगतान नही दिया। विगत पाँच वर्षो से लगभग 28 ठेकेदार अपने देयकों के भुगतान एंव जमानत धनराशि की मांग अधिशासी अभियन्ता जल निगम ग्रामीण मेरठ व अधीक्षण अभियन्ता ग्रामीण मेरठ, संयुक्त प्रबन्धक निदेशक लखनऊ व प्रबन्धक निदेशक लखनऊ से बार-बार मौखिक एवं लिखित रूप से भुगतान की मांग कर रहे है। पाँच वर्षो से सभी ठेकेदारों की वर्तमान स्थिति अत्यन्त देयनीय एवं मानसिक
उत्पीडन से गुजर रही है। सभी ठेकेदार पाँच वर्षों से बेरोजगारी का
दंश झेल रहे है। जिनकी धनराशि रूपये 34001460/- है (तीन
करोड चालीस लाख एक हजार चार सौ साठ रुपये) है। ऐसी स्थिति
में सभी ठेकेदारों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्त हो गयी है।